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राजकुमार विजय आदित्य सिंह जूदेव ने कोरवाओं संग सुनी शिव महापुराण की कथा,आज तीसरे दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताई जीवन में करूणा का महत्व

जशपुर :-  जिले के कुनकुरी ब्लाक के मयाली में चल रही सात दिवसीय शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने श्रद्वालुओं को शिव महापुराण में भगवान शिव की कथा से जुड़े प्रेरक प्रसंगों का उदाहरण देते हुए जीवन में दया का महत्व बताया। कथा के तीसरे दिन जशपुर राज परिवार के सदस्य विजय आदित्य सिंह जूदेव के नेतृत्व में विशेष संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा भी कथा स्थल पहुंच कर शिव महापुराण की कथा का रसास्वादन किया। पहाड़ी कोरवाओं के प्रतिनिधियों को कथा संपन्न होने पर होने वाली आरती में शामिल होने के लिए व्यासपीठ में भी आमंत्रित किया गया। अपने इष्ट भगवान शिव की कथा सुनकर पहाड़ी कोरवा अभिभूत हुए। कथा वाचन करते हुए प्रख्यात कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जिस प्रकार वर्षा होने पर छाता,पानी में खड़े रहने का संबल प्रदान करता है,उसी प्रकार कठिन समय में भगवान शिव की भक्ति और स्तुति परिस्थितियों से संघर्ष करते हुए बाहर निकलने का साहस प्रदान करता है। उन्होनें दया का महत्व बताते हुए कहा कि लोग सोचते हैं कि किसी पर दया या करूणा करने से दुख मिलता है। ऐसी सोच रखना नदानी है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि भगवान शिव की कथा का उदाहरण देते हुए बताया कि भगवान शिव ने स्वयं विष पान करके देवताओं को अमृत पीने के लिए दे दिया था। इस पर जब माता पार्वती ने इस शिव लीला के गूढ़ रहस्य के बारे में भगवान शिव से पूछा तो उन्होनें बताया कि देवता अमृत पीकर भी अमरत्व को प्राप्त नहीं कर पाएंगे और मैं विष पी कर भी अमर हो जाएंगा। क्योंकि मैं जगत कल्याण और देवताओं को विष के असर से बचाने के लिए विष पान कर रहा है। उन्होनें पंडाल में मौजूद हजारों श्रद्वालुओं को जीवन में दया व करूणा करने के लिए प्रेरित करते हुए शिव महापुराण में वर्णित एक अन्य कथा का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान शिव ने माता सती के हवन कुंड में भस्म होने के बाद क्रोधित हो कर माता सती के पिता दक्ष का सिर काट दिया था। फिर उसे बाद में जोड़ कर,भगवान शिव ने दक्ष को जीवन दान दे दिया था। भगवान शिव ने दक्ष पर यह करूणा जगत कल्याण के लिए किये जा रहे हवन को पूर्ण करने के लिए किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उल्लेख करते हुए पंडित मिश्रा ने कहा कि भारत भूमि में हम सब जो आज भगवा लहराते हुए देख रहें हैं,यह सब प्रधानमंत्री मोदी के कारण हो रहा है। सांसद राधेश्याम राठिया, राज्य महिला आयोग की सदस्य  प्रियम्वदा सिंह जूदेव, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी कौशल्या साय और उनके परिवार के अन्य सदस्यों सहित बड़ी संख्या में भक्तगणों ने कथा स्थल आकर शिव महापुराण कथा का श्रवण किया।
पहाड़ी कोरवा पहुंचे कथा स्थल -
   शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन विजय आदित्य सिंह जूदेव की पहल पर विशेष संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा कथा सुनने के लिए मयाली पहुंचे थे। पटिया से आए पहाड़ी कोरवा रोहन राम ने कथा का अनुभव साझा करते हुए बताया कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिव महापुराण के प्रसंगों का उल्लेख करते हुए कथा सुनाई,उससे उनके दिल व दिमाग में भगवान शिव और सनातन धर्म के प्रति श्रद्वा और मजबूत हुई है। रोहन राम ग्राम पंचायत अलोरी पटिया के सरपंच हैं। उनके साथ आए जतरू राम,खोरतो राम और सोहराई राम ने बताया कि शिव कथा में उन्हें जो भी ज्ञान का प्रसाद मिला है,उसे वह अपने गांव के लोगो को अवश्य बताएंगें। कथा में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के लिए पहाड़ी कोरवाओं ने विजय आदित्य सिंह जूदेव का आभार जताया है।

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चलती कार में लगी आग,बाल बाल बचा वाहन मालिक संग परिवार

नारायणपुर : नारायणपुर के चिटकवाइन में चलती कार में आग लगने से कार बुरी तरह जल गया है,बताया जा रहा घटना के बाद चालक की सूझबूझ से गाड़ी में बैठे लोगों को तत्काल बाहर निकाल उनकी जान बचाई गई।
मिली जानकारी के अनुसार घटना नारायणपुर के चिटकवाइन के पास की है। जिला पंचायत समन्वयक आशीष यादव अपने परिवार के साथ बगीचा से जशपुर के लिए लौट रहा था,बताया जा रहा आशीष बगीचा में ट्रेनिंग के लिए गया हुआ था जहां से वापसी के दौरान जैसे ही वह बगीचा से नारायणपुर आश्रम से आगे चिटकवाईन पहुंचा, चलती गाड़ी में बोनट से आग का धुंआ आने लगा,इस वक्त उसके गाड़ी में उसकी पत्नी और बच्चे बैठे थे,आग का धुंआ देख आशीष ने सूझबूझ का परिचय देते हुवे तत्काल अपने परिवार को गाड़ी से बाहर निकाला,लेकिन कुछ ही देर में आग की लपटें पूरे गाड़ी में फैल गई और आग के आगोश में आने से कार धू धू कर जलने लगा।

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रेल हादसा : महाराष्ट्र के जलगांव में पुष्पक एक्सप्रेस में आग की अफवाह,ट्रेन से कूदे लोग, 8-10 लोगों की मौत की खबर,दर्जनों घायल

जलगांव : महाराष्ट्र के जलगांव में बुधवार शाम एक दिल दहला देने वाला ट्रेन हादसा हुआ। यहां परधाड़े रेलवे स्टेशन पर पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह फैल गई, जिससे घबराए हुए यात्री बिना सोचे-समझे ट्रेन से कूद गए। इस दौरान दूसरे ट्रैक पर तेज रफ्तार से आ रही कर्नाटक संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ने कई यात्रियों को कुचल दिया। इस हादसे में 8-10 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 40 लोग घायल हैं।

सेंट्रल रेलवे के भुसावल डिवीजन के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घटना जिस स्थान पर हुई, वहां शार्प टर्न था, जिससे यात्रियों को दूसरे ट्रैक पर आ रही ट्रेन का अंदाजा नहीं हो पाया। तेज गति से आ रही कर्नाटक संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की चपेट में आकर इतनी बड़ी संख्या में लोग हादसे का शिकार हो गए। घटना स्थल मुंबई से लगभग 400 किलोमीटर दूर स्थित है।

सीपीआरओ स्वप्निल निला ने पुष्टि की कि भुसावल से मेडिकल रिलीफ ट्रेन रवाना कर दी गई है, लेकिन फिलहाल किसी यात्री की मौत की सूचना नहीं मिली है।

वहीं, जानकारी के मुताबिक पुष्पक एक्सप्रेस (गाड़ी नंबर 12533) लखनऊ से मुंबई जा रही थी, जबकि कर्नाटक संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (गाड़ी नंबर 12629) यशवंतपुर से हजरत निजामुद्दीन की ओर जा रही थी। पुष्पक एक्सप्रेस में ब्रेक लगाने पर पहियों से धुआं निकला था, जिस कारण आग लगने की अफवाह फैल गई और यात्री घबराकर ट्रेन से कूद पड़े।

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Chhattisgarh Breaking : शराब घोटाला मामला.! पूर्व मंत्री लखमा की गिरफ्तारी पर सीएम साय बोले- 'ईडी की जांच जारी है, दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा'..पढ़ें पूरी खबर

 Chhattisgarh News/रायपुर. छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2 हजार करोड़ के शराब घोटाला मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि ईडी की जांच जारी है. जो भी दोषी है उन पर कार्रवाई होगी. बता दें कि शराब घोटाला मामले (Chhattisgarh liquor scam) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज तीसरी बार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और बेटे हरीश लखमा से पूछताछ की. इसके बाद ED ने कवासी लखमा को गिरफ्तार कर जस्टिस अतुल श्रीवास्तव की कोर्ट में पेश किया. दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद कवासी लखमा को 7 दिन की ईडी की रिमांड पर भेजा गया है।

 

 

बता दें कि शराब घोटाला मामले में 28 दिसंबर को ED ने पूर्व मंत्री लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी. छापेमार कार्रवाई में ED ने नगद लेनदेन के सबूत मिलने की जानकारी दी थी. इस मामले में आज तीसरी बार पूछताछ के बाद इडी ने कवासी लखमा को गिरफ्तार किया.

 

 

क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला ?

दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में 11 मई, 2022 को आयकर विभाग ने पूर्व IAS अनिल टुटेजा, उनके बेटे यश टुटेजा और सौम्या चौरसिया के खिलाफ याचिका दायर की थी. जिसमें बताया गया था कि छत्तीसगढ़ में रिश्वत, अवैध दलाली के बेहिसाब पैसे का खेल चल रहा है. महापौर ऐजाज ढेबर का भाई अनवर ढेबर का भाई अवैध वसूली के खेल में शामिल है. जिसके बाद ईडी ने 18 नवंबर, 2022 को PMLA Act के तहत मामला दर्ज किया. अबतक मामले में 2161 करोड़ के घोटाले की बात का कोर्ट में पेश चार्जशीट में जिक्र किया है.

 

ईडी की चार्जशीट के अनुसार, साल 2017 में आबकारी नीति में संशोधन कर CSMCL के ज़रिये शराब बेचने का प्रावधान किया गया, लेकिन 2019 के बाद शराब घोटाले के किंगपिन अनवर ढेबर ने अरुणपति त्रिपाठी को CSMCL का MD नियुक्त कराया, उसके बाद अधिकारी, कारोबारी, राजनैतिक रसूख वाले लोगों के सिंडिकेट के ज़रिये भ्रष्टाचार किया गया, जिससे 2161 करोड़ का घोटाला हुआ. CSMCL के MD रहे अरुणपति त्रिपाठी मनपसंद डिस्टिलर की शराब को परमिट करते थे. देशी शराब के एक केस पर 75 रुपये कमीशन दिया जाना था, इस कमीशन की त्रिपाठी एक्सेलशीट तैयार कर अनवर ढेबर को भेजते थे .

 

आरोप है कि अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी के सिंडिकेट ने नकली होलोग्राम लगाकर अवैध तरीके से शराब की बेधड़क बिक्री की. इससे राज्य के राजस्व को बड़ा नुकसान हुआ. आपराधिक सिंडिकेट के जरिये CSMCL की दुकानों में सिर्फ तीन ग्रुप की शराब बेची जाती थीं, जिनमें केडिया ग्रुप की शराब 52 प्रतिशत, भाटिया ग्रुप की 30 प्रतिशत और वेलकम ग्रुप की 18 प्रतिशत हिस्सा शामिल है.

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