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IPL 2025 : वैभव ने 35 गेंदों पर जड़ दिया शतक...14 साल के खिलाड़ी ने कई रिकॉर्ड तोड़े...किसी गेंदबाज को नहीं बख्शा...जाने पूरी जानकारी

Vaibhav Suryavanshi: जयपुर में राजस्थान रॉयल्स वर्सेस गुजरात टाइटंस के मैच में वैभव सूर्यवंशी का तूफान आया। वैभव ने मात्र 35 गेंदों पर 100 रन बनाते हुए शतक जड़ डाला। इसके साथ ही वह आईपीएल में सबसे तेज शतक जड़ने वाले भारतीय बन गए हैं। उन्होंने यूसुफ पठान को पीछे छोड़ा, जिन्होंने आईपीएल में 37 गेंद में शतक बनाया था। आईपीएल में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड क्रिस गेल के नाम है, जिन्होंने 2013 में मात्र 30 गेंद में शतक बनाया था। अपनी पारी के दौरान वैभव सूर्यवंशी ने मोहम्मद सिराज से लेकर ईशांत शर्मा और वॉशिंगटन सुंदर समेत जीटी के सभी गेंदबाजों पर खूब छक्के उड़ाए। ईशांत के एक ओवर में तो वैभव ने 26 रन ठोक डाले। इसमें तीन छक्के और दो चौके शामिल थे। वह यहीं नहीं रुके, करीम जन्नत के ओवर में वैभव ने 30 रन ठोक डाले।

करीम जन्नत का डेब्यू किया खराब

वैभव सूर्यवंशी की खतरनाक

 बल्लेबाजी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने जीटी के किसी भी गेंदबाज को नहीं बख्शा। अपनी पारी के दौरान वैभव ने इस मैच में आईपीएल डेब्यू कर रहे करीम जन्नत की बोहनी भी खराब कर डाली। उन्होंने करीम जन्नत के पहले ही ओवर में 30 रन ठोक डाले। वैभव की पारी का एक्साइटमेंट ऐसा था कि अभी तक व्हीलचेयर पर बैठे राजस्थान के कोच राहुल द्रविड़ भी खड़े हो गए। उन्होंने दोनों हाथ उठाकर वैभव का मनोबल बढ़ाया।

टी20 में शतक लगाने वाले सबसे युवा

शतक लगाने के साथ वैभव सूर्यवंशी टी20 में शतक बनाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए। उन्होंने 14 साल 32 दिन की उम्र में यह कारनामा अंजाम दिया। इससे पहले 18 साल 118 दिन की उम्र में टी20 शतक लगाकर विजय जोल ने सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले बल्लेबाज बने थे। विजय जोल ने यह कारनामा साल 2013 में महाराष्ट्र बनाम मुंबई के मैच में किया था। वैभव सूर्यवंशी की खतरनाक पारी का अंत गुजरात जायंट्स के गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने किया। उन्होंने शानदार यॉर्कर पर वैभव का स्टंप बिखेर दिया। पवेलियन वापस लौटते समय गुजरात जायंट्स के तमाम खिलाड़ियों ने वैभव को बधाई दी। वैभव ने 38 गेंद पर 101 रन की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 7 चौके और 11 छक्के लगाए।

एक अर्धशतक, कई उपलब्धियां

इससे पहले वैभव सूर्यवंशी ने अपना अर्धशतक पूरा करते ही कई उपलब्धियां हासिल कर ली थीं। उन्होंने आईपीएल के इस सीजन का सबसे तेज अर्धशतक लगाया। वैभव ने राजस्थान रॉयल्स के लिए दूसरा सबसे तेज अर्धशतक लगाया। इसके साथ ही गुजरात टाइटंस के खिलाफ यह आईपीएल का सबसे तेज अर्धशतक है। इतना ही नहीं, वह आईपीएल में सबसे कम उम्र में अर्धशतक बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं।

वैभव सूर्यवंशी की तूफानी सेंचुरी के एक्साइटमेंट के चक्कर में राहुल द्रविड़ ने एक बड़ा रिस्क ले लिया। उन्होंने बिना किसी सपोर्ट के खड़े होकर तालियां बजाईं। वे लड़खड़ाए जरूर, लेकिन बिना सहारे के खड़े हो गए।

सोमवार 28 अप्रैल को जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में एक इतिहास लिखा गया। महज 14 साल के बच्चे ने अच्छे-अच्छे गेंदबाजों के होश उड़ा दिए। महज 35 गेंदों में शतक ठोककर आईपीएल में एक नया अध्याय इस बच्चे ने लिख दिया, जिसका नाम है वैभव सूर्यवंशी। इतना ही नहीं, वैभव सूर्यवंशी के सेंचुरी के सेलिब्रेशन में राजस्थान रॉयल्स के हेड कोच राहुल द्रविड़ इतना खो गए कि वे भूल ही गए कि वे इस समय पैर की चोट से जूझ रहे हैं और उनको बिना किसी सहारे के खड़े नहीं होना है। बावजूद इसके राहुल द्रविड़ ने रिस्क लिया।

दरअसल, जब वैभव सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटन्स के खिलाफ शतक पूरा किया तो सभी ने खड़े होकर तालियां बजाईं, क्योंकि एक 14 वर्षीय खिलाड़ी ने ईशांत शर्मा, प्रसिद्ध कृष्णा, राशिद खान और मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाजों के खिलाफ ताबड़तोड़ प्रहार किया। वे आईपीएल में सबसे कम उम्र में शतक जड़ने वाले बल्लेबाज बन गए। सूर्यवंशी जब पवेलियन की ओर लौटे तो दर्शकों ने खड़े होकर जोरदार तालियां बजाईं। इससे पहले जब उन्होंने शतक जड़ा तो राहुल द्रविड़ खुद को रोक नहीं पाए और उन्होंने भी लड़खड़ाते हुए खड़े होकर तालियां बजाईं।

14 साल 32 दिन की उम्र में वे आईपीएल में शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी हैं। इस पारी में 11 छक्के और सात चौके शामिल थे। वैभव सूर्यवंशी की ऐतिहासिक पारी को देखकर राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ अपनी व्हीलचेयर से उठकर बिना बैसाखी पकड़े युवा खिलाड़ी की सराहना करने लगे। वीडियो में देखा जा सकता है कि वे लड़खड़ाए जरूर, लेकिन फिर भी उठ खड़े हुए। उन्होंने पैर की चोट को बढ़ने की परवाह नहीं की, बल्कि एक युवा सितारे की सराहना करने से पीछे नहीं हटे। आईपीएल से पहले राहुल द्रविड़ को एक लोकल मैच के दौरान चोट लगी थी। इसके बाद से वे व्हीलचेयर पर हैं। लेग सपोर्ट और बैसाखियों के सहारे वे चलते हैं।

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History of 29th April : 29 अप्रैल को ही पड़ी थी लाल किले की नींव...जानें आज का इतिहास

History of 29th April: 29 अप्रैल को ही पड़ी थी लाल किले की नींव, जानें आज का इतिहास

नई दिल्ली। हर वक्त दौड़ती भागती दिल्ली के बीचों-बीच लाल बलुआ पत्थर से बनी एक खूबसूरत इमारत लाल किले के सामने से गुजरें तो पल भर को नजर ठहर जाती हैं। ऐतिहासिक लाल किले को वर्ष 2007 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में चुना गया था। शानदार गुंबदों, बेहतरीन मेहराबों और जालीदार छज्जों से सजी यह इमारत, बेहतरीन स्थापत्य कला और बेमिसाल कारीगरी का नमूना है।

देश के इतिहास में इसके महत्व का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आजादी के बाद से हर वर्ष 15 अगस्त को लालकिले की प्राचीर से देश के प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करते हैं। इतिहास के पन्नों को पलटें तो मालूम पड़ता है कि लाल किले की नींव 1639 में 29 अप्रैल के दिन ही रखी गई थी। इस दिन का विश्व की ऐतिहासिक इमारतों में शुमार बकिंघम पैलेस के लिए भी खास महत्व है। दरअसल 1993 में आज ही के दिन ब्रिटिश राजशाही के इस आवास को आम जनता के लिए खोल दिया गया था।

इससे पहले तक साल के कुछ ही दिनों में इसे आम जनता के लिए खोला जाता था, लेकिन अब लोग पूरे साल टिकट खरीदकर इस शाही इमारत के कुछ हिस्से का दीदार कर सकते हैं। इस दिन की अन्य घटनाओं की बात करें तो हिंदी फिल्मों के सर्वाधिक सशक्त और प्रतिभाशाली अभिनेताओं में शुमार इरफान खान 29 अप्रैल के दिन कैंसर के एक दुर्लभ प्रकार से जूझते हुए इस दुनिया को छोड़कर चले गये थे।

देश-दुनिया के इतिहास में 29 अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-

1661 : चीन के मिंग वंश ने ताइवान पर कब्जा किया।

1639 : दिल्ली में लाल किले की नींव रखी गयी।

1813 : अमेरिका में जेएफ हम्मेल ने रबर का पेटेंट कराया।

1848 : सुप्रसिद्ध चित्रकार राजा रवि वर्मा का जन्म।

1903 : महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका के ट्रांसवाल हाईकोर्ट में लीगल प्रैक्टिस शुरू की और वहां ब्रिटिश इंडियन एसोसिएशन की स्थापना की।

1930 : ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेलीफोन सेवा की शुरुआत।

1939 : नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया।

1978 : अफगानिस्तान के विद्रोही गुट ने सत्ता हासिल की। काबुल रेडियो पर घोषणा की गई कि उपराष्ट्रपति, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और वायुसेना अध्यक्ष लड़ाई में मारे गये हैं।

1991 : बांग्लादेश के चटगांव में आए चक्रवाती तूफान में एक लाख 38 हजार लोग मारे गए और दस लाख लोग बेघर हो गए।

1993 : पहली बार बकिंघम पैलेस को आम जनता के लिए खोला गया और जिसे देखने के लिए आठ पाउंड का टिकट लगा।

2005 : सीरिया ने लेबनान से अपनी सेना को वापस बुलाया।

2011 : लंदन के ऐतिहासिक चर्च वेस्टमिंस्टर एबे में ब्रिटिश राजकुमार विलियम और केट मिड्लटन का विवाह हुआ।

2020 : हिंदी सिने जगत के प्रतिभावान अभिनेता इरफान खान का कैंसर से निधन।

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Mango Fruity Recipe : बाजार नहीं, घर पर बनाएं टेस्‍टी मैंगो फ्रूटी...सिर्फ1 आम से बनेगा बोतल भर ड्रिंक...सिंपल है तरीका

How To Make Mango Fruity At Home इस सिंपल और टेस्‍टी ड्रिंक को घर पर बनाकर आप अपनी गर्मियों को और भी शानदार बना सकते हैं. बाजार के पैकेज्‍ड फ्रूट जूस से कहीं बेहतर, घर पर बने इस ड्रिंक से आपको ताजगी और स्‍वाद दोनों मिलेगा. ये रही रेसिपी.

Homemade Mango Fruity Recipe: गर्मियों(Summer Drink) में आम का स्वाद हर किसी को पसंद आता है. अगर आप भी अपने घर में ताजगी और स्‍वाद से भरपूर आम से बने ड्रिंक(Mango Drinks) का आनंद लेना चाहते हैं, तो हम आपकी मदद कर सकते हैं. दरअसल, बच्‍चे आम रस यानी मैंगो फ्रूटी काफी चाव से पीते हैं, लेकिन बाजार में मिलने वाले इन पैकेज्‍ड ड्रिंक में कई ऐसी चीजें भी मिलाई जाती हैं जो सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसे में, आज हम आपको एक ऐसी स्‍वादिष्‍ट और हेल्‍दी होममेड फ्रूटी बनाने का तरीका बताएंगे, जिसमें आपको सिर्फ एक आम की जरूरत होगी. इस ड्रिंक का स्‍वाद भी बेहतरीन होगा और यह सेहत के लिए भी फायदेमंद(Health Benefits) रहेगा. तो, बिना किसी देरी के जानते हैं मैंगो फ्रूटी बनाने की आसान विधि.

घर पर मैंगो फ्रूटी बनाने का तरीका- 

आवश्‍यक सामग्री:एक कच्‍चा आमएक पका हुआ आमएक कप चीनीगोंद कटीरा (एक चम्‍मच)बर्फ एक कपपानी (स्वाद अनुसार)

मैंगो फ्रूटी बनाने का तरीका:-सबसे पहले, एक कच्‍चा और एक पका आम लें. कच्‍चे आम से आपको थोड़ा खट्टापन मिलेगा, जबकि पक्‍के आम से मीठा स्‍वाद आएगा.

-दोनों आमों को अच्छे से धोकर छिलका उतार लें और फिर बारीक काट लें. अब, कटे हुए आमों को मिक्‍सी में डालकर एक अच्‍छा पेस्‍ट बना लें.

-इस पेस्‍ट में एक कप चीनी भी डाल लें और फिर इसे मिक्‍स करें. गैस पर एक कढ़ाई रखें और उसमें इस मिक्‍सचर को डालें.

-4-5 मिनट तक इसे पकाएं, जब तक कि इसका रंग हल्का बदलने न लगे. अब इस पेस्‍ट को ठंडा होने के लिए रख दें.

-जब आमरस ठंडा हो जाए, तो इसमें पानी डालकर अपने स्‍वाद अनुसार पतला कर लें.

-उधर एक कटारी में गोंद कटीरा पानी में घोलकर कुछ देर के लिए छोड़ दें जिससे वह फूल जाए.

-अब, एक गिलास में सबसे पहले गोंद कटीरा का पेस्‍ट दो चम्‍मच डालें, फिर ऊपर से आमरस डालें. साथ ही, आइस क्यूब्स भी डालें और सर्व करें.

इसके फायदे:इस होममेड आमरस में भरपूर मात्रा में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो आपकी इम्‍यूनिटी को बढ़ाते हैं और शरीर को ठंडक भी प्रदान करते हैं. इसके अलावा, गोंद कटीरा को भी डाइजेशन और शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए जाना जाता है.

इस आसान और स्‍वादिष्‍ट ड्रिंक को घर पर बनाकर आप अपनी गर्मियों को और भी शानदार बना सकते हैं. बाजार के पैकेज्‍ड फ्रूट जूस से कहीं बेहतर, इस घर पर बने ड्रिंक से आपको ताजगी और स्‍वाद दोनों मिलेगा. अब अगली बार जब आप गर्मियों में प्यास बुझाने के लिए कुछ ताजगी भरा पेय चाहें, तो इस घर पर बने आमरस की रेसिपी को ट्राई करें.

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Coconut Chaas Recipe : इस गर्मी ट्राई करें टेस्टी और रिफ्रेशिंग नारियल तड़का छाछ...10 मिनट में होगी तैयार

Lifestyle Desk : गर्मियों में तेज धूप, पसीना और जी मिचलाने जैसे समस्या होना आम है। ऐसे में बस लगता है कुछ ठंडा-ठंडा पीने को मिल जाए ताकि शरीर को कुछ ठंडक का मिले। समर सीजन में कूल-कूल पेय पदार्थ पीने का मजा ही अलग होता है। इस मौसम में हमें टेस्ट के साथ अपनी सेहत का भी ख्याल रखना होता है, क्यूंकि इस समय लोग कुछ भी बाहर का खाकर जल्दी बीमार हो जाते हैं। ऐसे में अधिकतर लोग हेल्दी और बेस्ट ऑप्शन चुनते हैं ताकि अपना स्वास्थ्य ठीक रखा जाए। वहीं गर्मी के मौसम में हर कोई कोशिश यही करता है कि बाहर की चीजों का कम से कम सेवन किया जाए। इसके बजाय घर में फ्रेश बनाकर उसका स्वाद लें।अधिकतर लोग गर्मियों में रोजाना छाछ का सेवन करते हैं, जो कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी उत्तम होती है। ऐसे में यदि आप हर बार वही सिंपल छाछ पी-पी कर बोर हो गए हैं, तो चलिए इस बार कुछ मजेदार न्यू ट्विस्ट के साथ कुछ अलग ट्राई किया जाए। जिसको पीने के बाद आप उस पुरानी छाछ को एकदम भूल ही जाएंगे। जी हां आज हम आपके लिए लेकर आए हैं समर स्पेशल रिफ्रेशिंग नारियल तड़का छाछ। यह पीने में काफी हेल्दी और स्वादिष्ट होती है। तो फिर देर किस बात की चलिए जान लेते हैं 10 मिनट में बन जाने वाली इस छाछ की रेसिपी।

coconut slice

सामग्री

फ्रेश नारियल- 1 (टुकड़ों में कटा हुआ)

जीरा- 1 टेबलस्पून

पुदीना-50 ग्राम

काला नमक- स्वादानुसार

घी- 1/2 टेबलस्पून (तड़के के लिए)

रायता मसाला- 1/2 टेबलस्पून

भूना जीरा- 1 टेबलस्पून

coconut chaach recipe

नारियल तड़का छाछ रेसिपी

सबसे पहले आपको एक फ्रेश नारियल लेकर उसको तोड़कर साफ कर लेना है।अब आप नारियल को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।सभी टुकड़ों को अपनी में डालकर अच्छी तरह धो लेना है।अब एक मिक्सर जार लेकर उसमें इन टुकड़ों को डाल दें और थोड़ा पानी डालकर पीस लें।पेस्ट बना जाने के बाद इसको किसी पतले कपड़े या छलनी में डालकर छान लेना है।अब तैयार बटरमिल्क को मिक्सर जार में दोबारा डालें।उसके साथ कुछ पुदीने की पत्तियां और बर्फ डालकर फिर पीस लें।अब इस नारियल छाछ को किसी बर्तन में निकालें।एक छोटा पैन लेकर उसमें घी डालें गर्म होने पर जीरा डालकर भून लें।इस तड़के को छाछ में डालें और ऊपर से काला नमक, रायता मसाला और सूखा पुदीना डालकर चलाएं।कुछ देर के लिए फ्रीज में ठंडा होने के लिए छोड़ दें।आपकी फ्रेश और टेस्टी नारियल तड़का छाछ बनकर एकदम तैयार है।

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दर्दनाक सड़क हादसा.! तेज गति और लापरवाही कार चालक ने बाइक चालक को मारी टक्कर...बाइक चालक की मौत...पढ़ें पूरी खबर

महासमुंद। महासमुंद थाना अंतर्गत ग्राम लभरा में पेट्रोल पंप के पास कार की ठोकर से एक बाइक चालक की मौत हो गई, जिसपर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। 

मिली जानकारी के अनुसार 01 दिसंबर 2024 को ग्राम शेर निवासी मुकेश कुमार ध्रुव अपने दोस्त कोमल कुमार दीवान के साथ मोटर सायकल पैशन प्रो क्रमांक CG 23 N 3382 से अपने निजी कार्य एवं घरेलू सामान खरीदने के लिये महासमुंद आया था. मोटर सायलक को मुकेश कुमार ध्रुव चला रहा था, तथा सामान खरीदकर वापस घर ग्राम शेर जाते समय रात्रि करीब 9 बजे NH353 ग्राम लभरा पेट्रोल पंप के पास बागबाहरा से महासमुंद की ओर आ रही कार क्रमांक CG 04 PN 3246 का चालक अपने वाहन को उपेक्षा पूर्वक तेज गति एवं लापरवाही पूर्वक चलाकर सामने से ठोकर मारकर एक्सीडेंट कर दिया। 

 फिलहाल, जिससे मोटर सायकल चालक मुकेश कुमार ध्रुव को हाथ, दोनों पैर, गर्दन के पास, सीना एवं सिर में गंभीर चोंट लगा, एवं पीछे बैठे कोमल को दीवान को पैर एवं कंधा में चोंट लगा। इसके बाद दोनों को उपचार हेतु शासकीय अस्पताल खरोरा महासमुंद लेकर गए, जहां ईलाज के दौरान मुकेश कुमार ध्रुव को रेफर करने से DKS अस्पताल रायपुर में भर्ती किया गया जहाँ 22 दिसम्बर 2024 को ईलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. एवं कोमल दीवान का ईलाज सोहम अस्पताल महासमुंद में चल रहा था। मामले में पुलिस ने आरोपी कार क्रमांक CG 04 PN 3246 के चालक का कृत्य अपराध धारा 281, 125(a), 106(1) BNS का घटित करना पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।

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28 अप्रैल का इतिहास: चार बरस पहले आए कोरोना का कुहासा और गहराया...मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा था दो लाख के पार

History of 28 April : इतिहास में 28 अप्रैल की तारीख यूं तो बहुत सी अच्छी बुरी घटनाओं के साथ दर्ज है, लेकिन तीन बरस पहले दुनिया में आए कोविड 19 के तूफान ने पिछली करीब एक शताब्दी की तमाम घटनाओं को एकदम बौना कर दिया। वर्ष 2020 में वह अप्रैल का ही महीना था, जब हर तरफ कोरोना को लेकर दहशत और डर का माहौल था। 28 अप्रैल 2020 को देश में कोरोना के संक्रमण से जान गंवाने वालों की तादाद 937 तक पहुंच गई थी और संक्रमितों का आंकड़ा 29,974 की संख्या को पार कर गया। 

उसके बाद भले संक्रमितों का आंकड़ा करोड़ों में और मरने वालों का लाखों तक पहुंचा हो, लेकिन टीकाकरण और एहतियाती उपायों से बीमारी के प्रति एक सोच विकसित हुई, जिसका पहले अभाव था। 27 अप्रैल 2021 को देश में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में रिकॉर्ड 3,60,960 नये मामले सामने आए और कुल मामले 1,79,9,267 पर पहुंच गए। 

इस बीच 3,293 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या दो लाख को पार कर गई। इस दिन से जुड़ी अन्य घटनाओं की बात करें तो वह 28 अप्रैल 1986 का दिन था, जब सोवियत संघ ने यह स्वीकार किया कि दो दिन पहले यूक्रेन के चेरनोबिल में परमाणु विकीरण हुआ था। 1914 में 28 अप्रैल के दिन: अमेरिका में वेस्ट वर्जीनिया के एस्सेल्स इलाके में एक कोयला खदान हादसे में 181 लोगों की मौत हो गई थी। देश दुनिया के इतिहास में 28 अप्रैल की तारीख पर दर्ज कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:- 

1740 : मराठा शासक पेशवा बाजीराव प्रथम का निधन। 

1910 : इंग्लैंड में क्लोड ग्राहम व्हाइट नाम के पायलट ने पहली बार रात में विमान उड़ाया। 

1914 : अमेरिका में वेस्ट वर्जीनिया के एस्सेल्स इलाके में एक कोयला खदान हादसे में 181 लोगों की मौत। 

1932 : इंसानों के लिए पीत ज्वर का टीका विकसित करने की घोषणा। 1935 : रूस की राजधानी मॉस्को में भूमिगत मेट्रो ट्रेन की शुरुआत। 

1937 : इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन का जन्म। एक शासक के तौर पर उनका जीवन जितना राजसी और भव्य रहा, उनके जीवन का अंतिम समय और उनकी मौत उतनी ही दुखद और त्रासद रही। 

1943 : नेताजी सुभाष चंद्र बोस जर्मनी से जापान की अपनी यात्रा के दौरान मेडागास्कर के निकट एक जर्मन पनडुब्बी से जापानी पनडुब्बी में सवार हुए।

1945 : इटली के तानाशाह बेनितो मुसोलिनी, उनकी प्रेमिका क्लारा पेटाची और उसके सहयोगियों की हत्या। 

1964 : जापान आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) में शामिल हुआ। 

1986 - सोवियत संघ ने हादसे के दो दिन बाद स्वीकारा कि 25 अप्रैल को यूक्रेन के चेरनोबिल में परमाणु रिसाव हुआ। 

1995 : दक्षिण कोरिया में मेट्रो में गैस विस्फोट होने से 103 लोगों की मौत। 

1996 : आस्ट्रेलिया के बंदूकधारी मार्टिन ब्रायंट ने तस्मानिया के पोर्ट आर्थर इलाके में गोलियां बरसाकर 35 लोगों की जान ले ली। इसे उस समय देश के इतिहास में गोलीबारी की भीषणतम घटना बताया गया, जिसके बाद शस्त्र नियमों को कड़ा किया गया। 

2001 : अमेरिकी बिजनेसमैन डेनिस टीटो पहले अंतरिक्ष पर्यटक बने। उन्होंने छह दिन की अंतरिक्ष यात्रा के लिए करीब दो करोड़ डॉलर की रकम अदा की। 

2003 : दुनिया भर में कर्मचारी सुरक्षा और स्वास्थ्य दिवस मनाया गया। इसी दिन काम के दौरान मारे गए मजदूरों को भी याद किया जाता है। 

2003 : एप्पल ने आईटयून्स स्टोर की शुरूआत की, जिससे उपभोक्ता इंटरनेट से संगीत सीधे अपने फोन पर डाउनलोड कर सकते थे।

2007 : श्रीलंका को हराकर ऑस्ट्रेलिया चौथी बार विश्व क्रिकेट चैंपियन बना। 

2008 : भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन ने पीएसएलवी-सी9 के प्रक्षेपण के साथ एक नया इतिहास रचा। 

2020 : देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 937 तक पहुंची। संक्रमितों की तादाद 29,974 के पार। 

2021 : कोरोना वायरस संक्रमण के देश में एक दिन में रिकॉर्ड 3,60,960 नये मामले सामने आए और कुल मामले 1,79,9,267 पर पहुंचे।

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27 अप्रैल का इतिहास : इस दिन क्या हुआ - जन्मदिन, घटनाएं, राजनीति, मृत्यु...पढ़ें आज का इतिहास

History of 27 अप्रैल : आज सप्ताह का तीसरा दिन है और हम जानते हैं कि आप अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों में व्यस्त होंगे। लेकिन, आज आपके पास अपने दिन से कुछ समय निकालकर इस दिन के ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानने का मौका है। तो चलिए शुरू करते हैं। 

आज ही के दिन दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति सिंगमैन री ने 12 साल बाद इस्तीफा दिया था, अमेरिकी न्याय विभाग ने ऑस्ट्रियाई चांसलर कर्ट वॉल्डहेम के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था और जर्मन नेता एंजेला मर्केल ने वाशिंगटन डीसी की अपनी एक दिवसीय यात्रा पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। अधिक जानकारी के लिए इस लेख को पढ़ते रहें। 

इस दिन की ऐतिहासिक घटनाएँ

1860 में थॉमस जैक्सन को हार्पर्स फेरी का कमांडर नियुक्त किया गया। 

1877 में रदरफोर्ड बी. हेस ने लुइसियाना से संघीय सैनिकों को हटा दिया। 

1904 में ऑस्ट्रेलियाई लेबर पार्टी विश्व की पहली लेबर सरकार बनी। 

1933 में, एडोल्फ हिटलर ने विमानन मंत्रालय के निर्माण को अधिकृत किया।

1941 में जर्मन सैनिकों ने एथेंस पर कब्जा कर लिया। 

1945 में ऑस्ट्रिया का दूसरा गणराज्य बना। 

1960 में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति सिंगमन री ने 12 वर्षों तक सत्ता में रहने के बाद इस्तीफा दे दिया।

1961 में पश्चिमी अफ़्रीकी शहर सिएरा लियोन ने ब्रिटेन से स्वतंत्रता की घोषणा की। 

1987 में अमेरिकी न्याय विभाग ने ऑस्ट्रियाई चांसलर कर्ट वॉल्डहेम के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।  

1989 में बांग्लादेश में तूफान से 500 लोग मारे गये।

2018 में, जर्मन नेता एंजेला मर्केल ने वाशिंगटन डीसी की अपनी एक दिवसीय यात्रा पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात की।  

आज के खेल आयोजन

1947 में, बेबे रूथ दिवस यांकी स्टेडियम और पूरे अमेरिका में मनाया गया। 

1956 में विश्व हैवीवेट मुक्केबाजी चैंपियन रॉकी मार्सियानो ने रिंग से संन्यास ले लिया। 

1981 में, नॉर्थ अमेरिकन सॉकर लीग ने पहली महिला फुटबॉल अधिकारी को नियुक्त किया।  

आज के कला एवं संस्कृति कार्यक्रम

1810 में लुडविग वान बीथोवेन ने अपनी प्रसिद्ध पियानो कृति 'फ़ुर एलीज़' की रचना की।

1964 में जॉन लेनन की पुस्तक "इन हिज ओन राइट" संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रकाशित हुई। 

1966 में, दिमित्री शोस्ताकोविच ने अपना दूसरा सेलो कॉन्सर्ट पूरा किया। 

इस दिन हुई उल्लेखनीय मौतें  

1882

राल्फ वाल्डो इमर्सन एक प्रसिद्ध अमेरिकी व्याख्याता, कवि और निबंधकार थे, जो ट्रान्सेंडैंटलिस्ट आंदोलन के प्रमुख व्यक्तियों में से एक थे ।

1972

फ्रांसिस क्वामे नक्रूमा एक घानाई राजनीतिज्ञ थे जो घाना के पहले प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और राष्ट्रपति बने। 

2017

विनोद खन्ना एक भारतीय अभिनेता थे जिन्हें 'गद्दार', 'इम्तिहान' और 'कच्चे धागे' जैसी फिल्मों में उनके अभिनय के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है।   

2020

फ़िलिप डुआर्टे एक पुर्तगाली अभिनेता और आवाज़ कलाकार थे, जिन्हें गार्डियन एंजेल, सिंजेंटो और बास्टिडोर्स में उनकी भूमिकाओं के लिए याद किया जाता है।  

2020

ट्रॉय लेनार्ड स्नीड जूनियर एक अमेरिकी गायक और गीतकार थे, जो 'ले इट डाउन' और 'केप्ट बाई हिज ग्रेस' जैसे गीतों के लिए जाने जाते थे। 

इस दिन के प्रसिद्ध जन्मदिन       

1904

सेसिल डे-लुईस एक ब्रिटिश कवि, निबंधकार और उपन्यासकार थे, जो 1930 के दशक में अग्रणी कवियों में से एक बन गए और 1968 में उन्हें कवि पुरस्कार से सम्मानित किया गया।  

1927 

कोरेटा स्कॉट किंग एक अमेरिकी नागरिक अधिकार कार्यकर्ता थीं, जिन्होंने अपने पति मार्टिन लूथर किंग जूनियर के साथ मिलकर अमेरिकी नागरिक अधिकार संघर्ष का नेतृत्व किया था।

1932 

केसी कासेम एक प्रसिद्ध रेडियो जॉकी, अभिनेता और आवाज कलाकार थे, जो 'स्कूबी-डू श्रृंखला' में शैगी को आवाज देने वाले पहले कलाकार बने। 

1959

शीना ईस्टन एक ग्रैमी पुरस्कार विजेता स्कॉटिश गायिका और अभिनेत्री हैं, जो ब्रिटिश डॉक्यूमेंट्री 'द बिग टाइम' में अभिनय करने के बाद सुर्खियों में आईं।  

1986 

जेना कोलमैन एक अंग्रेजी अभिनेत्री हैं जो ऐतिहासिक टीवी ड्रामा श्रृंखला विक्टोरिया में रानी विक्टोरिया और 'डॉक्टर हू' में 'क्लारा ओसवाल्ड' की भूमिका के लिए जानी जाती हैं।

निष्कर्ष 

तो ये थीं 27 अप्रैल को घटित प्रमुख घटनाएँ। हम हर दिन ऐसे लेख लेकर आते हैं। अपडेट रहने के लिए इन्हें पढ़ते रहें।

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RCB vs RR : आज बेंगलुरु vs राजस्थान, चिन्नास्वामी में किसका जमेगा रंग, कौन किस पर पड़ेगा भारी...जानिए आंकड़े

Royal Challengers Bengaluru vs Rajasthan Royals: राजस्थान रॉयल्स (RR) इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में गुरुवार को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) का सामना करेगी. आइए जानते हैं इस मैच से जुड़े अहम आंकड़े.

IPL 2025, Royal Challengers Bengaluru vs Rajasthan Royals: आईपीएल 2025 (IPL) के 42वें मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (Royal Challengers Bengaluru) का मुकाबला राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) से होगा. यह मैच बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) आठ मैचों में पांच जीत और तीन हार के साथ अंक तालिका में तीसरे स्थान पर है. उन्होंने पंजाब किंग्स के खिलाफ पिछला मैच सात विकेट से जीता था. उन्होंने अपने घरेलू मैदान पर तीनों मैच गंवाए हैं और वे अपने घरेलू मैदान पर रिकॉर्ड सुधारने के लिए उत्सुक होंगे. दूसरी ओर, राजस्थान रॉयल्स (RR) आठ मैचों में दो जीत और छह हार के साथ अंक तालिका में आठवें स्थान पर है. उन्हें लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ पिछले मैच में हार का सामना करना पड़ा था. यह एक करीबी मुकाबला हो सकता है.

कहां खेला जाएगा RCB और RR का मैच? (RCB vs RR Match Time)

24 अप्रैल, गुरुवार को RCB vs RR का मैच बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे शुरू होगा और इसे लाइव स्ट्रीमिंग और लाइव टेलीकास्ट पर देखा जा सकेगा. मैच शाम 7.30 बजे शाम से खेला जाएगा जबकि टॉस 7 बजे के आसपास होगा. लाइव मैच (IPL Live Match) जियो हॉट स्टार और स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क पर देखे जा सकते है।

बेंगलुरु की कैसी होगी पिच, कौन मारेगा बाजी? (RCB vs RR M Chinnaswamy Stadium, Bengaluru Pitch Report)

यहां की सतह संतुलित होगी और तेज गेंदबाजों और स्पिनरों दोनों के लिए अच्छी मदद होगी. दोनों टीमें इस मैदान पर लक्ष्य का पीछा करना पसंद करेंगी. पिच की बात की जाए तो यहां पर सपाट विकेट देखने को मिलता है लेकिन इस बार यहां पर पिच में थोड़ा धीमापन दिखाई दे रहा है. ऐसे में यहां पर RCB के बल्‍लेबाज़ों को मुश्किल का सामना करना पड़ा है. शुरुआत में गेंद यहां पर अधिक हवा में तैरती है, जिससे बल्‍लेबाज़ों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.

इन आंकड़ों पर रहेंगी निगाहें (RCB vs RR Key Stats)

50: शिमरोन हेटमायर आईपीएल में आरआर के लिए 50 मैचों से 1 मैच दूर हैं

50: तुषार देशपांडे आईपीएल में 50 विकेट से 2 विकेट दूर हैं

50: वनिन्दु हसरंगा आईपीएल में 50 विकेट से 6 विकेट दूर हैं

50: रियान पराग टी20 में 50 विकेट से 5 विकेट दूर हैं

50: जोफ्रा आर्चर टी20 में भारत में 50 विकेट से 1 विकेट दूर हैं

100: शिमरोन हेटमायर आईपीएल में 100 छक्कों से 9 छक्कों से दूर हैं

200: महेश दीक्षाना टी20 में 200 विकेट से 1 विकेट दूर हैं

200: संदीप शर्मा टी20 में भारत में 200 विकेट से 4 विकेट दूर हैं

1000: शिमरोन हेटमायर आरआर के लिए 1000 रन से 98 रन दूर हैं आईपीएल में

1500: शिमरॉन हेटमायर आईपीएल में 1500 रन से 81 रन दूर हैं

1500: रियान पराग आईपीएल में 1500 रन से 115 रन दूर हैं

2000: यशस्वी जायसवाल आईपीएल में 2000 रन से 86 रन दूर हैं

3000: रियान पराग टी20 में 3000 रन से 66 रन दूर हैं

3000: यशस्वी जायसवाल टी20 में बतौर ओपनर 3000 रन से 18 रन दूर हैं

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (Royal Challengers Bengaluru) और राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) मैच के दौरान कैसा रहेगा मौसम? (RCB vs RR Weather Report)

बेंगलुरु में आरसीबी vs आरआर मैच में बारिश के कारण बाधा पड़ने की संभावना नहीं है. अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम 22 डिग्री रहने का अनुमान है.

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (Royal Challengers Bengaluru) और राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) हेड टू हेड के आंकड़े (RCB vs RR Head To Head)

जहां तक आरसीबी बनाम आरआर के आमने-सामने के रिकॉर्ड की बात है, तो दोनों टीमें आईपीएल में 33 बार भिड़ चुकी हैं, जिसमें राजस्थान ने 14 बार जीत दर्ज की है. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु 16 मौकों पर विजयी हुई है और तीन मैच बिना किसी नतीजे के समाप्त हुए हैं. इन दोनों टीमों के बीच हमेशा ही नज़दीकी मुक़ाबला देखने को मिलता है. हालांकि बेंगलुरू में हुए मुक़ाबलों में RR का पलड़ा भारी है, जिसमें RR ने चार जबकि RCB ने तीन मुक़ाबले जीते हैं, जबकि दो का कोई परिणाम नहीं आया है. पिछली बार इसी सीज़न में जब दोनों टीमें जयपुर के मैदान में भिड़ी थी तो उन्हें RCB ने नौ विकेट के बड़े अंतर से हराया था. RR का लक्ष्य उस हार का बदला लेने पर होगा, वहीं RCB इस सीज़न अपने घरेलू मैदान पर पहला मैच जीतने का प्रयास करेगी.

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (Royal Challengers Bengaluru) और राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) मैच में किस पर रहेंगी नजरें? (RCB vs RR Key Players)

सैमसन की अनुपस्थिति में रॉयल्स के कप्तान रियान पराग इस सीजन में आठ मैचों में 212 रन बनाकर टीम के दूसरे शीर्ष स्कोरर हैं. उन्होंने इस अभियान में दोनों टीमों की पिछली भिड़ंत में आरसीबी के खिलाफ 30 रन बनाए थे और पिछले दिनों रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ अर्धशतक भी जड़ा था. हालांकि, सभी की निगाहें प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी पर होंगी. 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी पिछले मैच में अपना आईपीएल डेब्यू करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए थे, जब वह इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में आए थे और उन्होंने 20 गेंदों पर 34 रन बनाकर क्रिकेट की दुनिया में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी. सैमसन के चोटिल होने के कारण, इस युवा खिलाड़ी को एलएसजी के खिलाफ अपने प्रभावशाली प्रदर्शन को जारी रखने का मौका मिल सकता है.

विराट कोहली इस सीज़न अच्छे फ़ॉर्म में हैं और उन्होंने आठ पारियों में चार अर्धशतक लगाए हैं. हालांकि RR के तेज़ गेंदबाज़ संदीप शर्मा उन पर लगाम लगाने की क्षमता रखते हैं क्योंकि उन्होंने इस विश्व स्तरीय बल्लेबाज़ को IPL में सर्वाधिक सात बार आउट किया है.

गेंदबाजी के मामले में, स्पिनर वानिंदु हसरंगा, महेश थीक्षाना और मध्यम तेज गेंदबाज संदीप शर्मा जोफ्रा आर्चर का साथ देंगे. हसरंगा इस सीजन में RR के सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने नौ विकेट लिए हैं. महेश थीक्षाना और संदीप शर्मा ने क्रमशः सात और छह विकेट लिए हैं. इस बीच, RCB को लियाम लिविंगस्टोन, विराट कोहली, फिल साल्ट, रजत पाटीदार और जोश हेज़लवुड जैसे खिलाड़ियों से अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद होगी.

जोश हेजलवुड लगभग हर खेल में अपनी उपयोगिता साबित कर रहे हैं, क्योंकि वह परिस्थितियों के हिसाब से खुद को ढाल रहे हैं और आरसीबी के लिए महत्वपूर्ण विकेट चटका रहे हैं. ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ने आईपीएल 2025 में आठ मैचों में 20.17 की औसत और 14.42 की स्ट्राइक रेट से 12 विकेट लिए हैं. पावरप्ले और डेथ ओवरों में उनका स्पैल आरसीबी की संभावनाओं के लिए महत्वपूर्ण होगा.

भुवनेश्वर कुमार IPL के दिग्गज बॉलर हैं और तेज़ गेंदबाज़ों में उनके नाम सर्वाधिक 189 IPL विकेट हैं. हालांकि यशस्वी जायसवाल जैसा युवा सलामी बल्लेबाज़ उनको हमेशा परेशान करता है. भुवनेश्वर आठ पारियों में जायसवाल को कभी नहीं आउट कर पाए हैं.

RCB पिछला मैच पंजाब किंग्‍स के ख़‍िलाफ़ उनके घर में जीतकर आ रही है. यह घर के बाहर इस सीज़न उनकी लगातार पांचवीं जीत थी. हालांकि चिन्‍नास्‍वामी स्‍टेडियम में टीम ने इस सीज़न तीनों मैच गंवाए हैं और उनके लिए यहां पर पहली जीत दर्ज करना चुनौती होगी. वहीं दूसरी ओर RR की हालत इस सीज़न ख़राब चल रही है. RR आठ में से केवल दो ही मैच जीत पाई है और अभी तालिका में आठवें स्‍थान पर है. उनके लिए मुसीबत और बढ़ गई है कि उनके कप्‍तान सैमसन इस मैच से बाहर हो गए हैं. वह अपने होमबेस जयपुर में ही रहेंगे और मेडिकल स्‍टाफ़ की देखरेख में रहेंगे.

RCB और RR संभावित प्लेइंग XI (RCB vs RR Playing XI)

RCB संभावित XII:

फ़िल सॉल्ट, विराट कोहली, देवदत्त पडिक्कल, रजत पाटीदार (कप्तान), रोमारियो शेफ़र्ड, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), क्रुणाल पांड्या, टिम डेविड, भुवनेश्वर कुमार, जॉश हेज़लवुड, सुयश शर्मा, यश दयाल।

RR संभावित XII:

यशस्वी जायसवाल, वैभव सूर्यवंशी, रियान पराग, ध्रुव जुरेल, शिमरॉन हेटमायर, नीतीश राणा, वानिंदु हसरंगा, जोफ़्रा आर्चर, महीश तीक्षणा, संदीप शर्मा, तुषार देशपांडे, कुमार कार्तिकेय

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CG Fraud : तांत्रिक ने करोड़पति बनाने का दिया था झांसा...14 लाख की ठगी मामले में गिरफ्तार...पढ़ें पूरी समाचार

Chhattisgarh News/कोरबा। जिले में खुद को तांत्रिक बताने वाले जालसाज ने सूरजपुर के एक बैंक कर्मचारी को करोड़पति बनाने का झांसा देकर उससे 14.09 लाख रुपए ठग लिए। उसने बैंक कर्मचारी से कहा, वह उसकी जमीन से हंडा (गड़ा धन) निकाल सकता है और तंत्र-मंत्र से वो “सोने का हंडा” बन जाएगा। लेकिन जब हंडा निकाला गया, तो उसमें से निकली सिर्फ मिट्टी। ये घटना साल 2022 की है। पीड़ित की शिकायत के बाद से आरोपी अब तक फरार था। 2 साल की तलाश के बाद सूरजपुर पुलिस ने इस ठग को कोरबा जिले के नकटीखार से गिरफ्तार कर लिया। 

सूरजपुर जिले के थाना रमकोला के ग्राम खोंड़ निवासी अभिषेक प्रताप सिंह पेशे से एक बैंक कर्मचारी हैं। जून 2022 में उनकी मुलाकात बैंक में ही विमल सिंह ठाकुर नाम के एक व्यक्ति से हुई। विमल ने उन्हें बताया कि कोरबा जिले के नकटीखार का रहने वाला एक ‘तांत्रिक’ नरेश पटेल विशेष तंत्र विद्या जानता है। वो जमीन से गड़ा हुआ धन (हंडा) निकालकर उसे सोने में बदल सकता है। अभिषेक जल्द अमीर बनने की लालच में विमल के इस जाल में फंस गया और तंत्र-मंत्र कराने के लिए तैयार हो गया। इसके बाद विमल, नरेश और अपने एक और साथी मनोज कुमार सूरजपुर पहुंचा। यहां नरेश ने अभिषेक के घर में तंत्र-मंत्र की बात कही। 

नरेश ने अभिषेक के घर में तंत्र-मंत्र किया और जमीन से एक हंडा (मिट्टी का घड़ा) निकाला। फिर उसने कहा, जमीन से निकले इस हंडा को एक कमरे में बंद कर देगा। इस दौरान एक विशेष पूजा होगी, जिसके जरिए यह हंडा सोना में बदल जाएगा। ठगी का एहसास होते ही अभिषेक ने रमकोला थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मुख्य आरोपी नरेश पटेल फरार हो गया था। सूरजपुर पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी थानों को पुराने मामलों में फरार आरोपियों की तलाश तेज़ करने के निर्देश दिए थे। थाना प्रभारी विमलेश दुबे के नेतृत्व में एक टीम कोरबा भेजी गई। पुलिस ने नकटीखार से नरेश पटेल को गिरफ्तार कर लिया।

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Special Chai Recipe : गर्मियों में चाय के शौकीनों के लिए स्पेशल ट्विस्ट, बनाएं एक बार और पीएं बार बार

Special Chai Recipe: चाय सिर्फ एक पेय नहीं, एक एहसास है. सुबह की नींद हो या शाम का सुकून, सिरदर्द हो या दोस्तों की महफिल, चाय हर मौके की साथी है. अगर आप रोज़ वही साधारण चाय पीकर बोर हो चुके हैं, तो अब कुछ नया ट्राय करने का समय है. आजकल एक खास स्टाइल की चाय लोगों को खूब पसंद आ रही है, जिसमें ढाबे जैसी खुशबू और गजब का स्वाद होता है. इसे बनाना बहुत आसान है, बस तरीका थोड़ा अलग है. सबसे मजेदार बात यह है कि जब यह चाय बनती है, तो पूरे घर में इसकी महक फैल जाती है और जो लोग चाय नहीं पीते, उनका भी मन चाय पीने का करता है.

पानी डालें और उबाल आने दें

सबसे पहले एक पैन में स्वाद के अनुसार चीनी डालें और धीमी आंच पर चलाते हुए पिघला लें. जब वह हल्की ब्राउन हो जाए तो उसमें जितना चाय बनाना हो, उतना पानी डालें और उबाल आने दें. फिर इसमें चायपत्ती, कूटा हुआ अदरक, सफेद इलायची और थोड़ी सी काली मिर्च डालें. ये सारी चीज़ें चाय में एक जबरदस्त खुशबू और स्वाद लाती हैं. अब इस मिश्रण को 2-3 मिनट तक मध्यम आंच पर उबालें. ध्यान रखें कि ज्यादा देर तक न उबालें, वरना चाय का स्वाद कम हो सकता है.

अब अपनी पसंद के अनुसार दूध डालें. कोई कम दूध वाली चाय पसंद करता है तो कोई ज्यादा दूध वाली, आप जैसा चाहें वैसा करें. अब चाय को अच्छे से चमचे से फेंटते हुए उबालें, यही फेंटने की प्रक्रिया ढाबे वाली चाय का असली राज होती है. जब चाय तैयार हो जाए तो कप में डालें और चुस्की लें. यकीन मानिए, यह चाय न सिर्फ स्वाद बढ़ाएगी, बल्कि मूड भी फ्रेश कर देगी. तो अगली बार जब आप चाय बनाएं, तो यह स्टाइल ज़रूर अपनाएं.

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24 अप्रैल का इतिहास : क्रिकेट के 'भगवान' से जुड़ा है आज का रोचक इतिहास...जाने आज का इतिहास

On This Day in History 24 April: साल 1973, आज ही का दिन. मुबंई के मराठी परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ. नाम रखा गया सचिन, क्योंकि बच्चे के पिता को संगीतकार सचिन देव बर्मन बहुत पसंद थे. उस वक्त तक पिताजी भी नहीं जानते थे कि एक कलाकार के नाम पर जिस बच्चे का नाम रखा गया है, वो एक दिन अपनी कला से करिश्मा कर दिखाएगा.

सचिन तेंडुलकर का हुआ था जन्म 

सचिन बड़े हुए तो इनके पिता ने इनका दाखिला क्रिकेट के ‘द्रोणाचार्य’ कहे जाने वाले रमाकांत आचरेकर के यहां करा दिया जिन्होंने सचिन की क्रिकेट प्रतिभा को अच्छी तरह से निखारा. सचिन को गेंदबाजी का भी शौक था. बल्लेबाज बनने से पहले वे तेज गेंदबाज ही बनना चाहते थे. गेंदबाजी सीखने के लिए एक ट्रेनिंग कैंप में गए जहां उन्हें कोच डेनिस लिली ने कहा कि तुम अपना पूरा ध्यान बल्लेबाजी पर ही लगाओ. बस फिर क्या था. सचिन ने बल्लेबाजी पर ऐसा ध्यान लगाया कि आज पूरी दुनिया उन्हें अपनी कला का भगवान मानती है.

15 नवंबर 1989 को पहली बार सचिन भारत के लिए टेस्ट मैच खेलने मैदान पर उतरे थे. उस वक्त वो सिर्फ 16 साल के थे. कराची के नेशनल स्टेडियम में खेले गए इस मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया. पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 409 रन बनाए थे, जिसके जवाब में टीम इंडिया 262 रन ही बना पाई. सचिन महज 15 रन ही बना पाए और इनस्विंग गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए. सचिन को आउट करने वाला गेंदबाज भी अपना पहला मैच खेल रहा था. गेंदबाज का नाम था वकार यूनुस.

अब बात 2013 की. सचिन अपने टेस्ट क्रिकेट की आखिरी पारी खेल रहे थे. दिन था 15 नवंबर. वेस्टइंडीज के खिलाफ इस टेस्ट मैच में सचिन 74 रन बनाकर मैदान से लौटे. अगले ही दिन उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया. इसके साथ ही महान क्रिकेटर का 24 साल 1 दिन का टेस्ट क्रिकेट करियर खत्म हुआ.

गोरखा योद्धा ईस्ट इंडिया कंपनी से जुड़े थे 

भारतीय सेना के फील्ड मार्शल जनरल मानेक शॉ कहते थे कि 'अगर कोई व्यक्ति कहता है कि उसे मौत से डर नहीं लगता, तो वह झूठ बोल रहा है या फिर गोरखा है.' अपनी बहादुरी के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध गोरखा आज ही के दिन 1815 में ईस्ट इंडिया कंपनी से जुड़े थे. ब्रिटिश सरकार ने आगे चलकर गोरखा योद्धाओं की अलग रेजिमेंट बनाई और आजादी के बाद गोरखा भारतीय सेना का हिस्सा बनें.

आजादी के बाद भारतीय सेना से जुड़े गोरखा 

बात 1814 की है. भारत अंग्रेजों के कब्जे में था. अंग्रेज चाहते थे कि नेपाल पर भी उनका कब्जा हो जाए इसलिए अंग्रेजों ने नेपाल पर हमला कर दिया. करीब डेढ़-दो साल युद्ध चलता रहा. आखिरकार सुगौली की संधि हुई और युद्ध थमा. पूरे युद्ध में ब्रिटिश जनरल डेविड ओक्टलोनी गोरखा सैनिकों की बहादुरी से खासे प्रभावित हुए. उन्होंने सोचा कि इतने बहादुर सैनिकों को क्यों न ब्रिटिश सेना में भर्ती किया जाए? नेपाल से समझौते के बाद 24 अप्रैल 1815 को नई रेजिमेंट बनाई गई जिसमें गोरखाओं को भर्ती किया गया. इसके बाद से गोरखा ब्रिटिश सेना में भर्ती होते रहे. और आजादी के बाद गोरखा भारतीय सेना में शामिल हो गए.

पहली बार सेटेलाइट से टीवी सिग्नल भेजा 

साल था 1962. जब पहली बार आज ही के दिन सेटेलाइट से टीवी सिग्नल भेजा गया था. मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने खुद एक प्रसारण संदेश भेजकर टेलीविजन का इतिहास रचा था. सैटेलाइट प्रसारण का उपयोग करके अमेरिकी राष्ट्रीय टेलीविजन पर पहली बार प्रदर्शित की गई छवि, तीन अक्षरों का एक स्व-संदर्भित सेट था. इसके बाद तो टीवी हर दिन नई क्रांति लिखता गया. आज सैटेलाइट की मदद से दुनियाभर में हजारों चैनलों का टीवी पर प्रसारण होता है.

देश-विदेश में घटी इन घटनाओं के लिए भी 24 अप्रैल को याद किया जाता है-

2013: ढाका में बिल्डिंग गिरी जिससे लगभग 1129 लोगों की मौत हो गई और 2500 से ज्यादा लोग घायल हो गए.

2005: पोप बेनेडिक्ट XVI ने रोमन कैथोलिक चर्च के नए लीडर का कार्यभार औपचारिक तौर पर संभाला। उन्होंने पोप जॉन पॉल II से ये जिम्मेदारी ली.

1998: भारतीय क्रिकेट टीम ने शारजाह में ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराकर कोका कोला कप जीता।

1990: हबल स्पेस टेलीस्कोप को पृथ्वी की कक्षा में लॉन्च किया गया. पृथ्वी के वायुमंडल की अशुद्धियों से दूर 2.4 मीटर एपर्चर वाला ये टेलीस्कोप अब तक ब्रह्मांड के कई अनदेखे रहस्यों को सामने ला चुका है.

1957: स्वेज नहर को स्वेज संकट के बाद खोला गया. इजिप्ट के फ्रांस, यूके और इजरायल के साथ हुए विवाद के बाद इसे अक्टूबर 1956 में बंद कर दिया गया था. इजिप्ट ने इस नहर को नेशनलाइज्ड किया और ये बंद हो गई थी. हाल ही में एक बड़ा जहाज फंस जाने की वजह से भी स्वेज नहर बंद हुई थी.

1926: आज के ही दिन ट्रीटी ऑफ बर्लिन साइन की गई थी.

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23 अप्रैल का इतिहास : आज के दिन यूट्यूब पर अपलोड किया था पहला वीडियो..जाने इस दिन की अन्य प्रमुख घटनाएं

History of 23 April : इतिहास से अच्छा शिक्षक कोई दूसरा हो नहीं सकता। इतिहास, सिर्फ अपने में पुरानी घटनाओं को नहीं समेटे होता है बल्कि इन घटनाओं से भी हम सभी को बहुत कुछ सीखने को मिलता है। आज 23 अप्रैल को भारत और विश्व में कई घटनाएं हुई जिनका इतिहास के पन्नों में नाम दर्ज है। आज के दिन साहित्य और सिनेमा को दोहरा नुकसान हुआ था। अंग्रेजी साहित्य के महान कवि और नाटककार विलियम शेक्सपियर की मौत 23 अप्रैल को ही हुई थी। भारतीय सिनेमा के बेहतरीन निर्देशकों में शुमार सत्यजीत रे भी 23 अप्रैल के ही दिन इस दुनिया को अलविदा कह गए थे। इस दिन की एक और बड़ी घटना हुई थी। आज के दिन ही यूट्यूब पर पहला वीडियो अपलोड़ किया गया था। आज के दिन देश और दुनिया में कई ऐसी घटना घटी जिसने भविष्य को बदलकर रख दिया। आइए जानते है 23 अप्रैल के दिन क्या क्या ऐतिहासिक घटनाएं घटी।

23 April की ऐतिहासिक घटनाएं—-

1918 – प्रथम विश्व युद्ध: ब्रिटिश रॉयल नेवी ब्रुजेस-ज़ीबॉग्ज के बेल्जियम बंदरगाह पर छापा मारा था।

1919 – एस्टोनिया की संविधान सभा का पहला सत्र शुरु हुआ था।

1920 – अंकारा में तुर्की की ग्रैंड नेशनल असेंबली (टीबीएमएम) की स्थापना की गई थी।

1935 – 1935 का पोलिश संविधान अपनाया गया था।

1940 – मिसिसिपी के नाचचेज़ में एक क्लब में आग लगने से 198 लोगों मारे गए थे।

1941 – द्वितीय विश्व युद्ध: ग्रीक सरकार और किंग जॉर्ज द्वितीय ने वेहरमाच के हमले से पहले एथेंस को खाली कर दिया था।

1945 – द्वितीय विश्व युद्ध: एडॉल्फ हिटलर के नामित उत्तराधिकारी हर्मन गोरिंग ने उन्हें तीसरा रैह का नेतृत्व करने के लिए अनुमति देने के लिए एक टेलीग्राम भेजा था।

1946 – मैनुअल रोक्सस फिलीपींस के राष्ट्रमंडल के अंतिम राष्ट्रपति चुने गए थे।

1949 – चीनी गृहयुद्ध: पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी की स्थापना हुई थी।

1951 – शीत युद्ध: अमेरिकी पत्रकार विलियम एन ओटिस को चेकोस्लोवाकिया की कम्युनिस्ट सरकार द्वारा जासूसी के लिए गिरफ्तार किया गया था।

1968 – वियतनाम युद्ध: न्यूयॉर्क शहर में कोलंबिया विश्वविद्यालय में छात्र प्रदर्शनकारियों ने प्रशासनिक भवनों को संभाला और विश्वविद्यालय को बंद कर दिया था।

1985 – कोका-कोला कंपनी ने अपने फॉर्मूला को बदला था और न्यू कोक जारी की थी।

1990 – नामीबिया संयुक्त राष्ट्र का 160 वां सदस्य और राष्ट्रमंडल राष्ट्रों का 50 वां सदस्य बन गया था।

1993 – संयुक्त राष्ट्र-निगरानी वाले जनमत संग्रह में इथियोपिया से आजादी के लिए इरिट्रिया वोट भारी रूप से मतदान करते थे।

1993 – पश्चिमी प्रांत के लिए प्रांतीय परिषद चुनावों से लगभग चार सप्ताह आगे एक सभा को संबोधित करते हुए श्रीलंकाई राजनेता ललिथ अथुलथमुदाली की हत्या कर दी गई थी।

2005 – ‘मी एट द चिड़ियाघर’ शीर्षक वाला पहला यूट्यूब वीडियो, उपयोगकर्ता जावेद द्वारा प्रकाशित किया गया था।

2013 – इराक में हुज्जा हुई हिंसा में कम से कम 28 लोग मारे गए और 70 से ज्यादा घायल हो गए थे।

23 April को हुए प्रसिद्द व्यक्तियों के निधन—–

1857 – भारतीय स्वतंत्रता के प्रथम संग्राम के सिपाही बाबू कुंवर सिंह का निधन हुआ था।

1926 – राष्ट्रभाषा हिन्दी के उन्नायक, प्रखर चिंतक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और सार्वजनिक कार्यों के लिये समर्पित कार्यकर्ता माधवराव सप्रे का निधन हुआ था।

1973 – हिन्दी और ब्रजभाषा के प्रसिद्ध कवि और लेखक धीरेन्द्र वर्मा का निधन हुआ था।

1992 – कहानीकार, साहित्यकार सत्यजित राय निर्देशक का निधन हुआ था।

2013 – हिन्दी फ़िल्मों की प्रसिद्ध पार्श्वगायिका शमशाद बेगम का निधन हुआ था।

23 April को जन्मे प्रसिद्द व्यक्ति—-

1858 – प्रख्यात भारतीय विदुषी महिला और समाज सुधारक पंडिता रमाबाई का जन्म हुआ था।

1889 – हिन्दी साहित्यकार जी.पी. श्रीवास्तव का जन्म हुआ था।

1922 – अमेरिकी लेखक, चित्रकार और अभिनेत्री मार्जोरी कैमरॉन का जन्म हुआ था।

1927 – सुरबहार वाद्ययंत्र बजाने वाली एकमात्र महिला उस्ताद अन्नपूर्णा देवी का जन्म हुआ था।

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बड़ी खबर : साय सरकार की नई पहल.! श्रमिकों को कारखाना परिसर में ही मिलेगी आवासीय सुविधा...पढ़ें पूरी खबर

Chhattisgarh News/रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य में औद्योगिक विकास को गति देने और श्रमिकों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ औद्योगिक भूमि एवं भवन प्रबंधन नियम, 2015 में महत्वपूर्ण संशोधन किया है. यह संशोधन, जो 27 फरवरी 2025 को अधिसूचित किया गया, औद्योगिक इकाइयों के लिए पट्टे पर दी गई भूमि के उपयोग और औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिक आवास निर्माण को लेकर नए अवसर प्रदान करता है. इस कदम को राज्य की औद्योगिक नीति को और अधिक निवेशक-अनुकूल बनाने और स्थानीय श्रमिकों के जीवन स्तर को बेहतर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है.

पट्टे पर दी गई भूमि का 15 प्रतिशत नियमितीकरण

बता दें, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर किए गए नए संशोधन के तहत, औद्योगिक इकाइयों को पट्टे पर दी गई कुल भूमि का 15 प्रतिशत हिस्सा गैर-औद्योगिक गतिविधियों, जैसे प्रशासनिक भवन, कैंटीन, या अन्य सुविधाओं के लिए नियमित करने की अनुमति दी गई है. पहले यह सीमा सख्त थी, जिसके कारण कई इकाइयों को परिचालन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था. अब इस छूट से उद्यमी अपनी इकाइयों की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए लचीले ढंग से भूमि का उपयोग कर सकेंगे.

औद्योगिक श्रमिक आवास निर्माण की अनुमति

वहीं, संशोधन का दूसरा महत्वपूर्ण पहलू औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिकों के लिए आवास निर्माण की अनुमति है. यह कदम न केवल श्रमिकों को बेहतर रहन-सहन की सुविधा प्रदान करेगा, बल्कि औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिकों की उपलब्धता को भी बढ़ाएगा. इससे श्रमिकों को कार्यस्थल के नजदीक रहने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी यात्रा लागत और समय की बचत होगी.

संशोधन के लाभ

ज्ञात हो कि, 15 प्रतिशत भूमि के नियमितीकरण की अनुमति से उद्यमी अपनी इकाइयों में बुनियादी ढांचे को बेहतर बना सकेंगे. इससे उत्पादकता और कार्यक्षमता में वृद्धि होगी. औद्योगिक क्षेत्रों में आवास सुविधा शुरू होने से श्रमिकों को सुरक्षित और सुविधाजनक आवास मिलेगा. यह उनकी कार्यक्षमता और जीवन स्तर को बढ़ाने में मदद करेगा. अनुकूल नीतियों के कारण छत्तीसगढ़ में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा. यह विशेष रूप से छोटे और मझोले उद्यमों के लिए लाभकारी होगा. श्रमिक आवास और औद्योगिक विस्तार से स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा. औद्योगिक क्षेत्रों में आवास सुविधा से शहरी क्षेत्रों पर जनसंख्या का दबाव कम होगा, क्योंकि श्रमिकों को औद्योगिक क्षेत्रों में ही रहने का विकल्प मिलेगा.

गौरतलब है कि पहले औद्योगिक इकाइयों को पट्टे पर दी गई भूमि का उपयोग केवल विशिष्ट औद्योगिक गतिविधियों के लिए करना होता था. गैर-औद्योगिक उपयोग, जैसे कार्यालय भवन या कर्मचारी सुविधाओं के लिए, अनुमति लेना जटिल और समय लेने वाला था. नए नियम के तहत, 15 प्रतिशत भूमि को बिना किसी जटिल प्रक्रिया के नियमित करने की अनुमति दी गई है. यह उद्यमियों को परिचालन लागत कम करने और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में मदद करेगा. उदाहरण के लिए, एक इकाई अब इस 15 प्रतिशत भूमि पर कर्मचारी कल्याण केंद्र, प्रशिक्षण सुविधा, या गोदाम बना सकती है.

वहीं, छत्तीसगढ़ में औद्योगिक क्षेत्र अक्सर ग्रामीण या अर्ध-शहरी इलाकों में स्थित हैं, जहां श्रमिकों के लिए आवास की कमी रहती है. इससे श्रमिकों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, जिसका असर उनकी उत्पादकता पर पड़ता है. संशोधन के तहत, औद्योगिक इकाइयां अब अपने परिसर में या आसपास श्रमिकों के लिए आवास बना सकती हैं. यह सुविधा न केवल श्रमिकों के लिए लाभकारी होगी, बल्कि उद्यमियों को भी स्थिर और समर्पित कार्यबल उपलब्ध कराएगी.

दरअसल, औद्योगिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह संशोधन छत्तीसगढ़ को निवेश के लिए और अधिक आकर्षक बनाएगा. रायपुर के उद्योगपति, राजेश अग्रवाल ने कहा, 15 प्रतिशत भूमि के नियमितीकरण से हमें अपने परिसर में कर्मचारी सुविधाएं बढ़ाने में मदद मिलेगी. साथ ही श्रमिक आवास की अनुमति से हमारे कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा.

फिलहाल,ज्ञमुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस संशोधन को विकसित छत्तीसगढ़ के विजन का हिस्सा बताया है. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य उद्योगों को बढ़ावा देना और साथ ही श्रमिकों के कल्याण को सुनिश्चित करना है. यह संशोधन दोनों उद्देश्यों को प्राप्त करने में मददगार साबित होगा. छत्तीसगढ़ औद्योगिक भूमि एवं भवन प्रबंधन नियम, 2015 में संशोधन राज्य के औद्योगिक विकास और श्रमिक कल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. 15 प्रतिशत भूमि के नियमितीकरण और श्रमिक आवास निर्माण की अनुमति से न केवल उद्यमियों को लाभ होगा, बल्कि श्रमिकों के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आएगा.

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Recipe : ये 5 रायता रेसिपी गर्मी को करेंगी बीट...हेल्दी इतना कि धूप भी नहीं छीन सकेगी निखार...जाने पूरी जानकारी

Lifestyle Desk : गर्मियों में शरीर को अंदर से ठंडा रखना और स्किन को हाइड्रेटेड बनाए रखना बेहद जरूरी होता है. ऐसे मौसम में दही से बने रायते ना सिर्फ स्वाद में लाजवाब होते हैं बल्कि पोषण से भरपूर भी होते हैं. यहां हम आपके लिए लेकर आए हैं 5 आसान, हेल्दी और टेस्टी रायता रेसिपी, जिन्हें आप अपनी डेली डाइट में शामिल करके गर्मियों में तरोताजा रह सकते हैं.

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गर्मियों में शरीर को अंदर से ठंडा रखना और स्किन को हाइड्रेटेड बनाए रखना बेहद जरूरी होता है. ऐसे मौसम में दही से बने रायते ना सिर्फ स्वाद में लाजवाब होते हैं बल्कि पोषण से भरपूर भी होते हैं. यहां हम आपके लिए लेकर आए हैं 5 आसान, हेल्दी और टेस्टी रायता रेसिपी, जिन्हें आप अपनी डेली डाइट में शामिल करके गर्मियों में तरोताजा रह सकते हैं.

 खीरे का रायता- खीरा पानी से भरपूर होता है और स्किन को ठंडक देता है. दही में कद्दूकस किया हुआ खीरा, थोड़ा भुना जीरा, काला नमक और पुदीने की पत्तियां मिलाकर स्वादिष्ट खीरे का रायता तैयार करें. यह रायता शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है.

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खीरे का रायता- खीरा पानी से भरपूर होता है और स्किन को ठंडक देता है. दही में कद्दूकस किया हुआ खीरा, थोड़ा भुना जीरा, काला नमक और पुदीने की पत्तियां मिलाकर स्वादिष्ट खीरे का रायता तैयार करें. यह रायता शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है.

 बूंदी का रायता- हल्की नमकीन बूंदी को गुनगुने पानी में भिगोकर निचोड़ लें, फिर उसे ताजे दही में मिलाएं. ऊपर से काली मिर्च, भुना जीरा और धनिया पाउडर डालें. यह पेट को ठंडक देता है और खाने को पचाने में मदद करता है.

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बूंदी का रायता- हल्की नमकीन बूंदी को गुनगुने पानी में भिगोकर निचोड़ लें, फिर उसे ताजे दही में मिलाएं. ऊपर से काली मिर्च, भुना जीरा और धनिया पाउडर डालें. यह पेट को ठंडक देता है और खाने को पचाने में मदद करता है.

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अनार रायता- इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है. अनार के दानों को दही में मिलाएं, थोड़ी चीनी या सेंधा नमक के साथ. यह स्किन को अंदर से चमकदार बनाता है और इम्युनिटी भी बढ़ाता है.

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पालक रायता- उबली हुई और बारीक कटी पालक को दही में मिलाएं. ऊपर से लहसुन का तड़का, थोड़ा सा जीरा और नमक डालें. यह आयरन से भरपूर होता है और स्किन को भी फ्रेश रखता है.

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टमाटर और प्याज का रायता- टमाटर और प्याज को बारीक काटकर दही में मिलाएं. ऊपर से नींबू का रस और काली मिर्च डालें। यह रायता शरीर की गर्मी को बाहर निकालने में मदद करता है.

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21 अप्रैल का इतिहास : आज की कुछ प्रमुख घटनाएं यहां से जानें... बढ़ाएं अपनी जनरल नॉलेज

History of 21 April : हमारे देश और दुनिया के इतिहास में कई ऐसी घटनाएं दर्ज हैं, जिनके बारें में आपको पता होना चाहिए। ये उन लोगों के लिए बहुत जरुरी है, जो UPSC या किसी अन्य सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं। इसलिए हम आपके लिए एक ऐसा लेख लाएं हैं, जो आपको इतिहास में दर्ज 21 अप्रैल की घटनाओं के बारे में बताएगा।

आइए जानें कुछ प्रमुख घटनाएं।

कुछ प्रमुख घटनाएं

मुगल साम्राज्य का शासक बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच 21 अप्रैल, 1526 को पानीपत की पहली लड़ाई हुई, जिसमें इब्राहिम लोदी मारे गए थे।

श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में 21 अप्रैल, 1987 को हुए बम धमाके में लगभग 100 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।

भारतीय वायु सेना के संजय थापर को 21 अप्रैल, 1996 को पैराशूट के जरिए उत्तरी धुव्र पर उतारा गया।

स्पेन और आस्ट्रिया के बीच 21 अप्रैल, 1739 को शांति समझौते पर हस्ताक्षर हुए।

जानकारी

बैंकाक शहर की हुई थी स्थापना

लोदी राजवंश का संस्थापक बहलोल खां लोदी 21 अप्रैल, 1451 को दिल्ली के शासक बने थे। इंग्लैंड और स्वीडन के बीच 21 अप्रैल, 1654 को व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। बैंकाक शहर की स्थापना 21 अप्रैल, 1782 को हुई थी।

इनका होता है जन्मदिन

प्रसिद्ध जर्मन दार्शनिक एवं इतिहासकार मैक्स वेबर का जन्म 21 अप्रैल, 1864 को हुआ था।

भारतीय रिज़र्व बैंक के प्रथम उप-गवर्नर और ओसबोर्न स्मिथ के बाद दूसरे गवर्नर जेम्स ब्रेड टेलर का जन्म 21 अप्रैल, 1891 को हुआ था।

बीकानेर राज्य के अंतिम महाराजा करणी सिंह का जन्म 21 अप्रैल, 1924 को हुआ था।

यूनाइटेड किंगडम और अन्य राष्ट्रमंडल क्षेत्र की महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय का जन्म 21 अप्रैल, 1926 को हुआ था।

इनकी होती है पुण्यतिथि

अमेरिकी लेखक, हास्यकार, उद्यमी, प्रकाशक और लेक्चरर मार्क ट्वेन का निधन 21 अप्रैल, 1910 को हुआ था।

"सारे जहां से अच्‍छा हिंदोस्‍ता हमारा" लिखने वाले कवि मुहम्मद इक़बाल का निधन 21 अप्रैल, 1938 को हुआ था।

अमेरिकी गायक नीना सिमोन का निधन 21 अप्रैल, 2003 को हुआ।

भारतीय लेखक और मानसिक कैलकुलेटर शकुन्‍तला देवी का निधन 21 अप्रैल, 2013 को हुआ था।

भारतीय राजनेता और असम के पूर्व राज्यपाल जानकी बल्लभ पटनायक का निधन 21 अप्रैल, 2015 को हुआ था।

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Raigarh News : वन्य प्राणी गोह का अवैध शिकार...दो नाबालिग लड़कों के खिलाफ FIR दर्ज...पढ़ें पूरी खबर

Chhattisgarh News/रायगढ़। धरमजयगढ़ वनमंडल अंतर्गत धरमजयगढ़ परिक्षेत्र के बायसी परिसर में 18 अप्रैल 2025 को वन्यप्राणी गोह का अवैध शिकार करने के मामले में वन विभाग द्वारा कार्रवाई की गई। जिसमें दो अपचारी बालकों को निरूद्ध कर न्यायिक रिमांड हेतु माननीय प्रधान मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड रायगढ़ के समक्ष प्रस्तुत किया गया।

वहीं, धरमजयगढ़ वनमंडल ने जानकारी देते हुए बताया कि 18 अप्रैल 2025 को क्षेत्रीय वन अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा वन भ्रमण के दौरान बायसी परिसर कक्ष कमांक 369 आर.एफ.लांजानारा के पास दो व्यक्तियों द्वारा वन्यप्राणी गोह (Bengal Monitor lizard) वैज्ञानिक नाम (Veranus bengalensis) जो वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची। का वन्यप्राणी है, को मारकर साल झाड़ की टहनियों एवं पत्तो में छिपाकर ले जा रहे थे, जिनको पकड़ा गया। क्षेत्रीय वन अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा पूछताछ करने पर अपचारी बालको के द्वारा साकिन क्रोन्धा थाना तहसील धरमजयगढ़ जिला रायगढ़ का निवासी होना बताया गया। मौके पर ही उन्हे पूछताछ करने पर गोह को टांगी से मारकर खाने के लिये घर ले जा रहे है, बताया गया एवं अवैध शिकार कर गोह को मारने का जुर्म कबुल किया गया। 

दरअसल, तत्पश्चात वन अपराध प्रकरण क्रमांक 19976/13 दिनांक 18 अप्रैल 2025 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। दोनों व्यक्ति से मृत गोह, टांगी एवं साल प्रजाति के टहनियां एवं पत्तीयां जप्त की गई। वन्यप्राणी गोह का पोस्टमार्टम पशु चिकित्सक धरमजयगढ़ द्वारा वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़ एवं उप वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़ तथा पंथों की उपस्थिति में किया गया एवं उनके उपस्थिति में विधिवत दाह संस्कार किया गया।

फिलहाल, दिनांक 18 अप्रैल एवं 19 अप्रैल 2025 को दोनो से घटना के संबंध में फिर से पूछताछ कर उनका बयान दर्ज किया गया एवं बयान में उनके द्वारा 06 माह पूर्व में भी एक गोह को मारकर खाना बताया गया। उनके बयान आधार पर दिनांक 19 अप्रैल 2025 को प्रकरण में लिप्त दोनो अपचारी बालको को निरुद्ध कर मेडिकल जांच हेतु खंड चिकित्साधिकारी सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ भेजा गया। मेडिकल जांच उपरांत उक्त दोनों अपचारी बालकों को न्यायिक रिमांड हेतु माननीय प्रधान मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड रायगढ़ के समक्ष विधिवत् प्रस्तुत किया गया। दोनों अपचारी बालकों को प्रधान मजिस्ट्रेट न्यायालय किशोर न्याय बोर्ड रायगढ़ द्वारा 30 अप्रैल 2025 तक बाल सम्प्रेक्षण गृह रायगढ़ भेजा गया। प्रकरण में अग्रिम जांच कार्यवाही जारी है।

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CG Breaking : "मोर दुआर- साय सरकार"..आवास योजना का लाभ दिलाने स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीण क्षेत्रों का किया भ्रमण...पढ़ें पूरी खबर

Chhattisgarh News/मोहला। जिला पंचायत मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी मोर दुआर साय सरकार महाअभियान के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत प्रदेश के स्थायी प्रतिक्षा सूची एवं आवास प्लस सूची में छुटे हुए पात्र ग्रामीण परिवारों को लाभान्वित करने हेतु 15 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 के अवधि में विशेष सर्वेक्षण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा ग्राम स्तर में स्वयं उपस्थित होकर आवास प्लस 2.0 सर्वे किया जा रहा है।

वहीं, इसी तारतम्य में जिला मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी, विकासखंड-मोहला के ग्राम-डुमरटोला मे पात्र हितग्राहियों का सर्वे नम्रता सिंह अध्यक्ष जिला पंचायत-मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी द्वारा किया गया। उपरोक्त सर्वेक्षण मे भारती चंद्राकर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी भी उपस्थित रही।

फिलहाल, जिला पंचायत सदस्य गण सविता शोरी द्वारा ग्राम भुरभुसी, जिला पंचायत सदस्य नेहरू रजक द्वारा ग्राम सांगली चौकी, जिला पंचायत सदस्य शांति त्रिपुरे द्वारा ग्राम चिल्हाटी चौकी एवं जिला पंचायत सदस्य शेश्वरी धुर्वे द्वारा ग्राम ढादुटोला मे जिला पंचायत सदस्य नरसिंह भंडारी, जिला पंचायत सदस्य लखन लाल कलामें सहित जनपद पंचायत सदस्य लक्ष्मी ललित कोसरे आवास प्लस सर्वेक्षण मे भाग लेकर जागरूकता बढ़ाया।

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CG Accident : दर्दनाक सड़क हादसा.! कार की ठोकर से युवक की दो टुकड़ों में बिखरा शव...एक युवक घायल...पढ़ें पूरी खबर

Chhattisgarh News/सारंगढ़-बिलाईगढ़. सारंगढ़-रायगढ़ मार्ग पर ग्राम टीमरलगा में हुए दर्दनाक सड़क हादसे एक युवक की मौत हो गई. कार की टक्कर से युवक का शव दो टुकड़ों में बिखर गया. इस हादसे में एक अन्य स्कूटी सवार युवक घायल हुआ है.

फिलहाल, यह हादसा शुक्रवार रात की है. परिजन घायल युवक को बेहतर उपचार के लिए रायगढ़ ले गए. सिटी कोतवाली पुलिस युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच में जुटी है.

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